1. भाषण का शाब्दिक अर्थ बताई ?
भाषण का शाब्दिक अर्थ है अभिभाषण, व्याख्यान, कथन, बोली हुई बात । जिसका अर्थ है अपनी बात को व्यक्त करना ।
2. भाषण के प्रकार बताए ?
मनोरंजन भाषण
सूचनात्मक भाषण
प्रदर्शनकारी भाषण
वादविवाद भाषण
प्रेरक भाषण
3. भाषण कला अर्थ बताई ?
"भाषण देना, व्याख्यान देना अपनी बात को कलात्मक और प्रभावशाली ढंग से कहने के तरीके को भाषण कला कहते हैं।"
भाषक बहुत से लोगों के सामने किसी विषय का कलात्मक ढंग से सविस्तार कथन करता है, उसे भाषण कला कह सकते है ।
4. सुन्दर भाषण किसे कहीं जाता है ?
जो भाषण श्राव्य, द्दश्य और संग्राहा हो ऐसे भाषण को सुन्दर भाषण कहते है ।
5. श्रोता के तीन प्रकार के नाम बताई ?
श्रोता - सोता
श्रोता - स्त्रोता
श्रोता - श्रोता
6. वाकप्रवीणता किसे कहते हैं ?
वाकप्रवीणता याने व्यक्ति की बोलने, कथन करने या बातचीत करने की प्रवीणता या निपुणता को वाकप्रवीणता कहा जाता है ।
7. वाकप्रवीणता के लिए कोन कोन सी बाबत आवश्यक है ?
आत्मविश्वास
स्पष्ट आवाज़
हावभाव
भाषा ज्ञान, शब्द भण्डोल
विशाल वांचन
वक्तव्य का पूर्वाभ्यास
उदाहरण दृष्टात का ज्ञान
भावपूर्ण भाषा
8. समर्थ सिध्धहस्त वक्ता की लाक्षणिकताएँ बताइए ?
आवाज़
अभिव्यक्ति
आत्मविश्वास
आरोह और अवरोह
अभ्यास
अभिनय
9. भाषण मैं संबोधन को कितने प्रकार मैं विभाजित कर सकते है ?
1. औपचारिक समारंभ
2. अऔपचारिक समारंभ
10. विषय प्रस्तुति का अर्थ बताइए ?
कोई विषय, विचार या मत अच्छी तरह किसी के सामने रखने की क्रिया को विषय प्रस्तुति कह सकते है ।
11. विषय प्रस्तुति के लिए ध्यान में रखने की बाबते बताइए ?
विषय पसंदगी
विषयवस्तु की पूर्वतैयारी
रिहर्सल
आत्मविश्वास
आवाज़
हावभाव
भाषा
12. वर्णनकला किसे कहते हैं ?
किसी विषय या बात को मौखिक या लिखित रूप में सविस्तारपूर्वक कलात्मक ढंग से बयान या चित्रण करने की कला को वर्णनकला कह सकते है। वर्णन करने की कला को वर्णनकला कहा जाता है।
13. वर्णनकला के लिए आवश्यक बाबत बताइए ?
१. वर्ण्य विषय की प्रस्तुति क्रमबद्धता के साथ होनी चाहिए ।
२. वर्णन की भाषा, सरल, सहज, प्रभावशाली और श्रोतानुसार होनी चाहिए ।
३. सुन्दर वर्णनकला के लिए इतरवाचन, विशेषवाचन और शिष्टवाचन आवश्यक है ।
४. वर्णन सुश्राव्य और उचित गति में होना चाहिए । वर्णन में भाषाप्रवाहिता होनी चाहिए ।
५. आत्मविश्वास, उचित आवाज़, मधुरवाणी और भाषानुसार भावमुद्राओं के साथ वर्णन प्रस्तुति करनी चाहिए ।
14. संवाद को शाब्दिक अर्थ बताइए ?
संवाद को शाब्दिक अर्थ में बातचीत, कथोपकथन, वार्तालाप, संभाषण चर्चा, समाचार, खबर कहा जाता है ।
15. संवाद के प्रकार बताइए ?
1. वक्ता श्रोता की संख्या के आधार पर ।
(अ) व्यक्तिगत ।
(ब) सामूहिक - समूहगत ।
2. सामाजिक परिवेश एवं सामाजिक भूमिका के आधार पर ।
(अ) औपचारिक ।
(ब) अनौपचारिक
16. वाकपटुता का अर्थ बताइए ?
'वाक्' का अर्थ वाणी, शब्द, बोलना होता है और 'पटु' का अर्थ निपुण, कुशल, होशियार, चतुर होता है। वाकपटुता का अर्थ वाणीकुशल, वाणी में होशियार, वाणी में चतुर, बोलने में चतुर होता है।
वाकपटुता का सीधा सा अर्थ है सामनेवाले से इस प्रकार बात करना कि उसे अपनी बातों से संतुष्ट कर अपना काम निकलवा लेना।
17. देशज शब्द और विदेशी शब्द किसे कहते हैं ?
जिनकी व्युत्पति का कोई पता नहीं चलता, उन्हें देशज शब्द कहते है
विदेशी विदेशों की भाषाओं से आए शब्द विदेशी शब्द कहलाते है।
18. शब्दसमूह के लिए एक शब्द किसे कहते हैं ?
शब्दसमूह के बदले अथवा कई शब्दों के बदले उसी अर्थ को सूचित करनेवाला एक शब्द को 'शब्दसमूह के लिए एक शब्द' देना कहते है ।
19. शब्दसमूह के लिए एक शब्द के पांच उदाहरण दीजिए ?
१. काम शुरू करने का शुभ समय - मूर्हत
२. संतान के प्रति प्रेम - वात्सल्य
३. गायो के रहने का स्थान - गौशाला
४. सत्य के लिए आग्रह - सत्याग्रह
५. क्रान्ति करनेवाला - कान्तिकारी
20. समास किसे कहते हैं ?
जब दो अथवा अधिक शब्द अपने सम्बन्धी शब्दों को या विभक्तियों को छोड़कर एक साथ मिल जाते हैं, तब उनके इस मेल को समास कहते है ।
21. पदयात्रा, रेखाचित्र, सिंहासन, प्रेमालिंगन.... किस समास के उदाहरण है ?
मध्यमपदलोपी समास
22. मध्यमपदलोपी और बहुव्रीहि समास का अर्थ बताइए ?
जिस समास में सामासिक शब्दों के बीच के पदों का लोप होता है, उस समास को मध्यमपदलोपी समास कहते है ।
शब्द प्रधान न हो और समस्त पद किसी अन्य शब्द विशेषता बताता हो, उसे बहुव्रीहि समास कहते है ।
23. समानार्थी शब्द का अर्थ बताए ?
'पर्याय' शब्द का अर्थ है- समानार्थी शब्द ।
समान + अर्थी = समानार्थी ।
समान अर्थ सूचित (प्रकट) करनेवाले शब्दों को 'समानार्थी शब्द' या 'पर्यायवाची शब्द' कहते है ।
कई शब्द ऐसे होते है, जिनका प्रयोग एक - दूसरे के स्थान पर हो सकता है । ऐसे शब्दों को 'समानार्थी शब्द' या 'पर्यायवाची शब्द' कहते है ।
24. कई अर्थ वाले समानार्थी शब्द के तीन उदाहरण दीजिए ?
संसार : जगत, विश्व, दुनिया
हवा : वायु, पवन, अनिल, समीर
आकाश : गगन, अम्बर, नभ, आसमान, व्योम
25. विरोधी शब्द अर्थ बताइए ?
विरोधी शब्द को 'विरुद्धार्थी शब्द' या 'विलोम शब्द' कहते है ।
किसी शब्द का विपरीत अर्थ बतानेवाले शब्द को विरोधार्थी शब्द कहते है ।
एक - दूसरे से उल्टा अर्थ सूचित करनेवाले शब्दों को 'विरुद्धार्थी शब्द' कहते है ।
26. पहेलियां किसे कहते हैं ?
पहेली को गुजराती में 'उखाणां', हिन्दी में 'पहेली' , संस्कृत में 'प्रहेलिका:' और अंग्रेजी में 'रिडल' (Riddle) या पझल (Puzzle) कहते है ।
किसी व्यक्ति की बुद्धि या समझ की परीक्षा लेनेवाले एक प्रकार के प्रश्न, वक्य अथवा वर्णन को पहेली कहते है ।
27. तीन पहेलियो के उदाहरण दीजिए ?
1. बीसों का सर काट लिया । ना मारा ना खून किया । - नाखून
2. तीन अक्षर का मेरा नाम, जल में खिलना मेरा काम ।
मध्य कटे तो ‘कल’ कहलाऊँ, अंत कटे तो 'कम' हो जाऊँ - कमल
3. सोने की वह चीज़ है, पर बेचे नहीं सुनार ।
मोल तो ज्यादा है नहीं, बहुत है उसका भार । - चारपाई
28. कहावत का अर्थ बताइए ?
किसी घटना या प्रसंग का वर्णन करते समय प्रयोग किए जानेवाले रूढ़ मार्मिक कथन को 'कहावत' कहते है ।
29. तीन कहावत के उदाहरण दीजिए और उदाहरण को वाक्य मैं प्रयोग कीजिए ।
१. अंत भला तो सब भला : अच्छे काम का परिणाम अच्छा होता है ।
वाक्य : सचिन कष्ट सहकर भी ईमानदारी से परिश्रम करता है इसी कारण वह आज ऊँचे पद पर पहुंच गया । इसलिए कहा गया है - 'अंत भले का भला ।'
२. काला अक्षर भैंस बराबर : बिलकुल अनपढ़ ।
वाक्य : यह पुस्तक रामु को क्यों दे रहे हो ? उसके लिए तो काला अक्षर भैंस बराबर है ।
३. सो सुनार की एक लुहार की : कमजोर की सौ चोट तथा बलवान की एक चोट बराबर होती है ।
30. श्रवण कौशल किसे कहते हैं ?
ध्यानपूर्वक सुनना, अर्थग्रहण के साथ सुनना, वक्ता के विचारों और भावों को संपूर्ण समझ लेना, वक्तव्य को तुरन्त (शीघ्रता) से सुनकर समझकर आत्मसात करना उसे श्रवण कौशल कहते है ।
31. कथन कौशल किसे कहते हैं ?
व्यक्ति अपने विचारों को शुद्ध भाषा में, प्रसंगोचित रीत से योग्य गति लय, माधुर्य, प्रसन्नता, स्पष्टता के साथ स्वाभाविक वाणी में व्यक्त करे उसे मौखिक अभिव्यक्ति या कथन कौशल कहा जाता है ।
32. उच्चारण दोष के प्रमुख कारण बताइए ?
व्यक्तिगत कारण
शारीरिक कारण
भौगोलिक या प्रादेशिक कारण
सामाजिक कारण
मातृभाषा का प्रभाव
विद्यालय के कारण
बोलने में शीघ्रता
33. वाचन कौशल का अर्थ दिजिए ?
लिखितसामग्री को पढ़ते हुए अर्थग्रहण करने की क्रिया को पठन कहते हैं ।
लिखित ध्वनि - संकेतों को द्रश्येन्द्रिय द्वारा ग्रहण करके उन्हें स्वयं समझना और अन्य को समझाना वाचन कौशल कहते हैं ।
34. वाचन के प्रकार बताइए ?
1. सस्वर
2. मूकवाचन
35. लेखन कौशल अर्थ बताइए ?
व्यक्ति अपने विचार, भाव, इच्छा, आवश्यकता, अनुभव की लिखित या लिपिबद्ध अभिव्यक्ति को लेखन कहा जाता है ।
भाषा के ध्वनि संकेतों द्वारा भाषा के द्दश्य माध्यम द्वारा, भाषक के विचारों और भावनाओं की अभिव्यक्ति याने लेखन ।
वाचिक संकेतों की भाषा में अपने विचारों को अभिव्यक्त करना याने लेखन ।
36. अनुलेखन और श्रुतलेखन किसे कहते हैं ?
विद्यार्थियों को किताब में से पंक्तिर्या, वाक्य या परिच्छेद लेकर उसकी नकल करने के लिए कहा जाता है उसे अनुलेखन कहते है ।
'श्रुतलेखन' शब्द ही उसका भाव प्रगट करता है – 'सुनकर लिखना श्रुत लेखन में भाषा को कर्ण द्वारा सुनकर लेखन में परिवर्तित की जाती है ।'